Ranchi : विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने शुक्रवार को विधानसभा की समितियों के सभापतियों के साथ बैठक कर विचार विमर्श किया. फरवरी में विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है. सत्र से पहले विधानसभा की 25 समितियों का गठन किया गया है.
बैठक में महिला, बाल विकास समिति की सभापती कल्पना मुर्मू सोरेन, लोकलेखा समिति के सभापति मनोज यादव, प्राक्कलन समिति के सभापति हेमलाल मुर्मू, आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति के सभापति रामेश्वर उरांव, निवेदन समिति के सभापति उमाकांत रजक, अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति के सभापति स्टीफन मरांडी, पुस्तकालय विकास समिति की सभापति डा. नीरा यादव, अनागत प्रश्न क्रियान्वयन समिति के सुरेश पासवान भी मौजूद रहे.
स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो ने विधानसभा समितियों के कार्य और भूमिका को महत्वपूर्ण बताया. कहा कि इन समितियों की सहभागिता सरकार के सलाहकार के रूप में होती है और कई मौकों पर सरकार इनकी अनुशंसा को मानती रही है .
विधानसभा समितियां की भूमिका
इन समितियों की भूमिका संसदीय कार्यों के अलावा प्रशासनिक क्षेत्र में भी अहम होती है. विधानसभा अध्यक्ष ने समितियों के सदस्यों को भी उनके दायित्व के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने की अपील की.
समितियों के गठन और कार्यभार
झारखंड विधानसभा द्वारा पिछले दिनों 25 समितियां गठित की गई हैं. इन समितियों के अध्यक्ष और सभापतियों ने 24 जनवरी 2025 से कार्यभार संभाल लिया है. विधायक कल्पना सोरेन को विधानसभा की महिला बाल विकास समिति का सभापति बनाया गया है.